The Ultimate Guide To rahu grah ke upay



राहु का दान भी शनिवार को ही करना चाहिए। शनिवार ही राहु का वार माना गया। अतः इस दिन राहु की पूजा करें एवं दान इत्यादि सभी कार्य सम्पादित करें। 

युधिष्ठिराने विचारले, केशवा, आषाढ शुक्ल पक्षातील एकादशीचे नाव काय? त्या दिवशी कोणत्या देवाची पूजा करावी व त्या व्रताचा विधी कसा आहे ते मला सांगा.

यहां हम आपको राहु की महादशा में अन्य ग्रहों की अंतर्दशा में जातक पर क्या प्रभाव पड़ता है इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके लिए काफी लाभप्रद होगा। तो आइये जानते है राहु की महादशा में अन्य ग्रहों की अंतर्दशा क्या परिणाम दे सकती है।

राहु ग्रह को मजबूत बनाने के लिए जातक को राहू स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए !

विवाह में मुश्किलों को समाप्त करने के उपाय

मात्र रत्न धारण करने से अशुभ ग्रह अपने अशुभ फलों को त्यागकर अपने शुभफल देने लग जाता है। राहु का check here रत्न गोमेद है।  गोमेद को चांदी, तांबा, लोहा अथवा सोने मे अंगूठी आदि बनाकर धारण करें। 

दक्षिण दिशा का वास्तु

यह दोनों उपाय करने से भी अशुभ राहु का प्रभाव कम होता है.

*चन्द्रमा से संबंधित चीजें जैसे चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने घर की नींव में दबाएं।

राहु महादशा में हो केतु की अंतर्दशा तो

राहु की महादशा में केतु की अन्तर्दशा का फल

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राहु की महादशा में मंगल की अन्तर्दशा का फल

जिन जातकों का राहु कमजोर होता है उन्हें पानी, आग और ऊंचाई से बहुत डर लगता है. यह लोग अक्सर बीमार रहते हैं और परेशानियां-असफलता इनका कभी पीछा नहीं छोड़ती हैं. बेवजह लोगों से इनकी दुश्‍मनी बढ़ जाती है और यह लोग दूसरों के साथ धोखेबाजी करने लगते हैं.

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